COMPUTER
Father of computer- charles babbage
COMPUTER का पूरा नाम -,
C - COMMON सामान्य
O - OPERATING चलाना
M - MACHINE यन्त्र
P - PROCESSING प्रक्रिया
U - USE FOR प्रयोग के लिए
T - TRAINING प्रशिक्षण
E - EDUCATION शिक्षा
R - RESEARCH खोज
·
कंप्यूटर को हिंदी में संगड़क कहा जाता है
computer
कंप्यूटर क्या है ?
कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मशीन है जिस पर हम किसी भी अरिथमैटिक एवं तार्किक क्रियाओ को आसानी से करते है. कंप्यूटर यूजर द्वारा दिए गए इनपुट डाटा या सूचना को ग्रहण कर आउटपुट के रूप में प्रदान करता है, कंप्यूटर की सहायता से हम किसी भी कार्य को कम समय अधिक से अधिक कार्य किया जा सकता है.
कंप्यूटर को इंटरनेट से जोड़कर किसी डाटा या सूचना को एक स्थान से दूसरे स्थान तक आसानी से भेजा जा सकता है .
डिजिटल
कंप्यूटर
-
डिजिट का अर्थ होता है अंक अर्थात अंको की गड़ना करने वाला, ऐसे कंप्यूटर जो किसी अंको से सम्बंधित कार्य किया जाता है. इसका प्रयोग व्यापार एवं औद्योगिक कार्य के लिए किया जाता है.
हाइब्रिड
कंप्यूटर
-
यह ऐसा कंप्यूटर होता है जो एनालॉग कम्यूटर और डिजिटल कंप्यूटर दोनों से सम्मिलित होता है अर्थात दोनों से मिलकर बना होता है .
उदाहरण -, पेट्रोल पंप की मशीन
पेट्रोल पंप की मशीन इसलिए है क्युकि जब पेट्रोल लेते है तो वहा पर व्यक्ति पहले पैसे फीड करता है अंको में और फिर पैसो के अनुसार ही तेल लीटर में मापकर आता है .
कंप्यूटर के प्रकार ,
कंप्यूटर को तीन भागो में विभाजित किया गया है .
1- कार्य के आधार पर
2- उद्देश्य के आधार पर
3- आकार के आधार पर
1-
कार्य के आधार पर –
·
कार्य के आधार पर कंप्यूटर को तीन भागो में बाटा गया है
i- एनालॉग कंप्यूटर
ii- डिजिटल कंप्यूटर
iii- हाइब्रिड कंप्यूटर
i-
एनालॉग कंप्यूटर –
एनालॉग कंप्यूटर ऐसे कंप्यूटर होते है जो किसी भौतिक मात्राअो को मापकर उनको अंको में व्यक्त करता है जैसे ( ताब, दाब, लम्बाई, आदि )
उदाहरण- थर्मामीटर
विशेष उद्देश्य कंप्यूटर
विशेष उद्देश्य कंप्यूटर एक ऐसा कंप्यूटर होता है जिसका प्रयोग किसी ख़ास कार्य को करने के लिए तैयार किया जाता है, इसकी सी पी यू क्षमता कार्य के अनुरूप बढ़ा दी जाती है एवं (MULTIPLE
C P U) वाली कर
दी जाती है इसका प्रयोग चिकित्सा विभाग, फिल्म उद्द्योग, समुन्द्र की गहराई मापने में, इंजीन्यरिंग क्षेत्र में, रेलवे विभाग में, इत्यादि में किया जाता है .
सामान्य उद्देश्य कंप्यूटर –
सामान्य उद्देशीय कंप्यूटर सामान्य प्रकार के कार्य करता, इसकी सी पी यू क्षमता कम होती है इसलिए इसका प्रयोग घरो में, स्कूलों में, छोटे - 2 ऑफिस में किया जाता है . इसमें अलग से किसी भी डिवाइस को जोड़ा नहीं जा सकता है, इसका प्रयोग M S
OFFICE में पत्र भेजे जाने एवं बायोडाटा बनाने में, स्टूडेंट्स शीट बनाने में प्रयोग किया जाता है /
उद्देश्य के आधार पर -,
उद्देश्य के आधार पर कंप्यूटर दो प्रकार के होते है
1- सामान्य उद्देश्य कंप्यूटर
2 - विशिष्ठ उद्देश्य कंप्यूटर
आकार के आधार पर -
आकार के आधार पर कंप्यूटर चार प्रकार के होते है .
1 - माइक्रो कंप्यूटर
2 - मिनी कंप्यूटर
3 - मेनफ़्रेम कंप्यूटर
4 - सुपर कंप्यूटर
ü
कंप्यूटर का आविष्कार सर्वप्रथम चार्ल्स बैबेज ने 1834, में किया था .जिसका नाम UNIVAC-I है
ü
इसे 1940 के दशक में बनाया गया था, इसमें सी डी राइटर का प्रयोग होने लगा था.
ü
कंप्यूटर की सबसे छोटी इकाई बिट होती है
माइक्रो कंप्यूटर -
माइक्रो कंप्यूटर एक छोटा, अपेक्षाकृत सस्ता कंप्यूटर है जिसमें माइक्रोप्रोसेसर अपनी केंद्रीय प्रसंस्करण इकाई (सीपीयू) के रूप में होता है। इसमें एक माइक्रोप्रोसेसर, मेमोरी और न्यूनतम इनपुट / आउटपुट (I / O) एक मुद्रित सर्किट (PCB) पर लगे सर्किटरी शामिल हैं। तेजी से शक्तिशाली माइक्रोप्रोसेसरों के आगमन के साथ 1970 और 1980 के दशक में माइक्रो कंप्यूटर लोकप्रिय हो गए। इन कंप्यूटरों के पूर्ववर्तियों, मेनफ्रेम और मिनिकॉम्पैक्टर्स, तुलनात्मक रूप से बहुत बड़े और अधिक महंगे थे (हालांकि वास्तव में वर्तमान मेनफ्रेम जैसे आईबीएम सिस्टम z मशीनें अपने सीपीयू के रूप में एक या अधिक कस्टम माइक्रोप्रोसेसरों का उपयोग करती हैं)। कई माइक्रो कंप्यूटर (जब इनपुट और आउटपुट के लिए कीबोर्ड और स्क्रीन से लैस होते हैं) भी पर्सनल कंप्यूटर (जेनेरिक अर्थ में) होते हैं। 1970 और 1980 के दशक के दौरान संक्षिप्त नाम सूक्ष्म था.
मिनी
कंप्यूटर
-
मिनी कंप्यूटर को हम मध्यम आकार के कंप्यूटर भी कह सकते हैं क्योंकि इनका जो आकार होता है वह माइक्रो कंप्यूटर और मैनफ्रेम कंप्यूटर के बीच का होता है इसका मतलब है कि जो मिनीकंप्यूटर है वह माइक्रो कंप्यूटर से बड़े और मेनफ्रेम कंप्यूटर से छोटे होते हैं.
सुपर कंप्यूटर - (महासंगणक)
उन संगणकों को कहा जाता है जो वर्तमान समय में गणना-शक्ति तथा कुछ अन्य मामलों में सबसे आगे होते हैं। आधुनिक परिभाषा के अनुसार, वे कंप्यूटर, जो 500 मेगाफ्लॉप की क्षमता से कार्य कर सकते हैं, सुपर कंप्यूटर कहलाते है। सुपर कंप्यूटर एक सेकंड में एक अरब गणनाएं कर सकता है।
कल आप सभी लोगो को माइक्रो कंप्यूटर और मिनी कंप्यूटर के बारे में बताया गया था. आज आपको हम मेनफ़्रेम कम्यूटर और सुपर कंप्यूटर के बारे में बताते है.
सबसे पहला सुपर कंप्यूटर का नाम illiaak
-4 था, जो की अमेरिका में इसे 1975, डैनियल स्लोटनिक ने आरंभ किया था,
विश्व का सबसे पहला सुपर कंप्यूटर सेमूर Crey ने Crey-1, कंप्यूटर संन में बनाया था जो की अमेरिका की एक लैब में काम करता था,
भारत में इसे सबसे पहले 1 जुलाई 1991, में परम 8000 को विकसित किया गया था, जो शतरंज की ३२ हजार चालो को एक सेकंड में सोच के बता सकता है.
उस से छोटा निबल होता है
भारत का सर्वप्रथम सुपर कंप्यूटर परम 8000 के प्रोटोटाइप ने सुपर कंप्यूटिंग शो में दुनिया के लगभग सभी देशों के कंप्यूटर्स को पीछे छोड़ दिया और अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर काबिज हो गया। इसी के बाद फाइनल रिजल्ट के रूप में 1 जुलाई साल 1991 में सामने आया PARAM 8000 सुपर कंप्यूटर। यह भारत का अपना खुद का बनाया सुपर कंप्यूटर था जो शतरंज की 32 चालो को 1 सेकंड में सोच कर बता सकता है .
मेनफ़्रेम कंप्यूटर के उदाहरण -
IBM 4381, Sperry, CDC, Biometric Machine, Cash Counting Machine,
ICL 39 Series and CDS Cyber series Example of Mainframe Computer यानि मेनफ़्रेम कंप्यूटर के उदारहण हैं,
मेनफ्रेम कम्प्यूटर
(Mainframe computers)- उन कम्प्यूटरों को कहते हैं जिनका उपयोग बड़े-बड़े संस्थान भारी-मात्रा मीं आंकड़ा संस्करण के लिए करते हैं। इनका आकार भी बड़ा होता है और लगभग सभी दृष्टियों से इनकी क्षमता अन्य कम्प्यूटरों (मिनी, सर्वर, वर्कस्टेशन और पीसी) की अपेक्षा बहुत अधिक होती है।
सेमूर CREY ने 1920 में इसे बनाया था
मेमोरी दो प्रकार की होती है.
1 - आंतरिक मेमोरी (Internal
memory) -
और जो सुपर कंप्यूटर होता है वह सबसे अधिक तेज चलने वाला कंप्यूटर है इसका प्रयोग बड़ी बड़ी कंपनियों में किया जाता है
मेनफ़्रेम कंप्यूटर वह कंप्यूटर है जो माइक्रो कंप्यूटर और मिनी कंप्यूटर दोनों की अपेछा काफी तेज होता है और यह अधिक तेज चलने वाला कंप्यूटर होता है
मेमोरी किसे कहते है
मेमोरी को हिंदी में याददास्त कहा जाता है, जो यूजर के द्वारा सेव किया गए किसी भी डाटा एवं फाइल, फोल्डर को आवश्यकता पड़ने पर पुनः यूजर को प्रदान करती है, पूरा डाटा हार्डडिस्क में सेव किया जाता है जो सी पी यू में लगी होती है.
मेमोरी के प्रकार -
मेमोरी दो प्रकार की होती है
आंतरिक मेमोरी और वाह्य मेमोरी
जिसे अंग्रेजी Internal Memory & External Memory, कहते है
आप सभी लोग एक सवाल का जवाब दे कि कंप्यूटर को बंद एवं चालू करने की प्रक्रिया को क्या कहते है, सभी लोग जवाब देंगे .
Bit Kya Hai
Bit डाटा की सबसे छोटी इकाई होती है। जिसका इस्तेमाल कंप्यूटर में किया जाता है। यह 2 तरह से ही जानकारी को Save कर सकती है जैसे – On Or
Off (0 Or 1) यहाँ पर 2 Value हो सकती है पहली है 0 (Zero) और दूसरी है One (1) यह कंप्यूटर की Basic Unit होती है।
एक Bit का सिर्फ एक ही मान हो सकता है। कंप्यूटर बाइनरी कोड्स की ही भाषा समझते है। इन बाइनरी कोड्स को ही Bit कहते है। कंप्यूटर की सभी बड़ी से बड़ी और छोटी क्रियाएं बिट्स के द्वारा ही संपन्न होती है। Bit को English के Small
Letter ‘b’ से दर्शाया जाता है।
Byte Kya Hai
आठ बिट मिलकर एक Byte बनाते है। Byte का प्रयोग कंप्यूटर में डाटा को नापने के लिए किया जाता है। 8 Bit मिलकर एक क्रिया करते है जिससे एक Byte बनती है। और यह इसी तरह बढ़ता जाता है जैसे – Kilo
Bytes, Mega Bytes, Giga Bytes. Byte को English के Capital Letter B से दर्शाया जाता है।
1024
Bytes = 1 Kilo Bytes = 1 Kb
1024
Kilobytes = 1 Megabytes = Mb
1024
Megabytes = 1 Gigabytes = GB
v 32 Bit Or 64 Bit Me Antar
इन दोनों में अपने कार्य करने की क्षमता के आधार पर अंतर पाया जाता है। तो आईये जानते है इन दोनों के बीच का अंतर:
32 Bit प्रोसेसर एक बार में 32 Bit डाटा प्रोसेस करता है। लेकिन 64 Bit प्रोसेसर एक बार में 64 Bit डाटा प्रोसेस करता है। 64 Bit प्रोसेसर Fast होता है।
32 Bit प्रोसेसर 4 GB तक की Ram को सपोर्ट करता है। एक 64 Bit प्रोसेसर 4 GB से ज्यादा Ram सपोर्ट कर सकता है।
32 Bit प्रोसेसर 64 Bit सॉफ्टवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम को सपोर्ट नहीं करते जबकि 64 Bit प्रोसेसर 32 Bit सॉफ्टवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम को भी सपोर्ट करते है।
32 Bit प्रोसेसर 64 Bit की अपेक्षा सस्ते होते है।
सभी मेमोरी की यूनिट्स
RAM Memory -
इस मेमोरी (Memory) को कंप्यूटर की अस्थाई मेमोरी भी कहते हैं इसमें कोई भी डाटा स्टोर नहीं रहता है जब तक कंप्यूटर ऑन रहता है तब तक रैम में डाटा या प्रोग्राम अस्थाई रूप से संगृहीत रहता है और कंप्यूटर प्रोसेसर आवश्यक डाटा प्राप्त करने के लिये इस डेटा का उपयोग करता है और जैसे ही आप कम्यूटर शट डाउन करते हैं वैसे ही सारा डाटा डिलीट हो जाता है इस रैम को (Volatile
Memory) भी करते हैं.
रैम (RAM) कितने प्रकार की होती है .
रैम तीन प्रकार की होती है -
डायनेमिक रैम (Dynamic RAM)
सिंक्रोनस रैम (Synchronous RAM)
स्टैटिक रैम (Static RAM)
RAM
& ROM मेमोरी में अंतर -
ROM Memory-ROM एक ऐसी चिप है जो परिवर्तनशील नहीं है, यानी के इसके निर्माण के बाद इसमें स्टोर किये गए डाटा को बदला नहीं जा सकता है, महज़ पढ़ा जा सकता है। अर्थात् इस मेमोरी में स्टोर प्रोग्राम परिवर्तित और नष्ट नहीं किये जा सकते हैं, इन्हें केवल पढ़ा ही जा सकता है। अंग्रेजी में इसे नॉन-वोलेटाइल स्टोरेज या मेमोरी भी कहा जाता है। इसे अपने अंदर किसी भी डाटा जिसे स्टोर किया गया है उसके संचालन के लिए किसी भी अन्य पॉवर की जरूरत नहीं होती है। जब आपका कंप्यूटर कभी कभी बिजली जाने जाने पर बंद हो जाता है तो भी इसके वो डाटा जो इसमें है स्टोर ही रहता है। इसके अतिरिक्त RAM के मामले इससे बिलकुल उल्टा होता है, यह एक अस्थाई मेमोरी होती है। जिसे जानकारी को अपने में स्टोर रखने के लिए पॉवर की जरूरत होती है। जैसे ही बिजली जाती है तो इसमें मौजूद सभी जानकारी अपने आप ही उड़ जाती है।
*Bit = 0 या 1
*4 Bit = 1 Nibble
*2 Nibble और 8 Bit = 1 Byte
*1024 Byte = 1 KB (Kilo Byte)
*1024 KB = 1 MB (Mega Byte)
*1024 MB = 1 GB (Giga Byte)
*1024 GB = 1 TB (Tera Byte)
*1024 TB = 1 PB (Penta Byte)
*1024 PB = 1 EB (Exa Byte)
*1024 EB = 1 ZB (Zetta Byte)
*1024 ZB = 1 YB (Yotta Byte)
*1024 YB = 1 BB (Bronto Byte)
*1024 BB = 1 GB (Geop Byte)
v
Note:- Bit को अग्रेंजी के छोटे “b” से Represent किया जाता हैं. और Byte को अग्रेंजी के बडे “B” से Represent किया जाता हैं. जैसे; 200 Mbps को आप 200 MBps के बराबर नही मान सकते हैं. क्योंकि 200 Mbps का मतलब 200 Mega
Bits Per Second है. और दूसरे 200 MBps का मतलब 200 Mega
Byte Per Second होता हैं.
8
bits =1byte
जो आपका सिस्टम सॉफ्टवेयर होता है उसका मतलब है कि कंप्यूटर को चलने योग्य बनाना, अर्थात जब तक आप कंप्यूटर में किसी भी विंडोज को इनस्टॉल नहीं करेंगे तब तक आप उस पर कोई कार्य नहीं कर सकते है जैसे कुछ विंडोज के नाम है Wimdows xp, vista, 7, 8, 10 यह सभी विंडोज है जिन्हे हम इनस्टॉल एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर - इसका मतलब है की जब आप किसी भी विंडो को इनस्टॉल कर लेते है तब हम अपनी आवश्यकतानुसार उसमे MS
OFFICE, TYPING, PHOTOSHOP, itcकरते है
·
nibble = 1
SHIFT
BUTTON इसका प्रयोग हम किसी भी चिन्ह को लगाने के लिए करते है जिसके लिए हमें शिफ्ट के साथ उस बटन को दबाना होता है.
CAPS BUTTON - इसका प्रयोग हम किसी भी शब्द को लिखने से पहले दबाने पर शब्द बड़े शब्दों में लिखता है उसके बाद दबाने पर यह शब्दों को छोटे शब्दों में लिखता है .
ENTER BUTTON - इसका प्रयोग हम किसी भी लिखे गए शब्द या एक सेंटेंस लिखने के बाद में दूसरे नयी लाइन से लिखने के लिए करते है .
LOCK BUTTON -
इसका प्रयोग जैसा कि इसके शब्द से ही पता चलता है की मेनू बार को बंद कर देता है .
माउस
में
3 बटन
होते
है
Right
Left
scroll bar
माउस के प्रकार:-
मैकेनिकल माउस
(Mechanical Mouse)
प्रकाशीय माउस (Optical
Mouse)
तार रहित माउस (Cordless
Mouse
विंडोज
बहुत से प्रोग्राम से मिलकर बना होता है इसे सिस्टम सॉफ्टवेर भी कहते हैजहाँ से आप खुली हुई विंडो पर लिखना शुरू करते है वहा पर एक सीधी तीर हिलती रहती है जिसे INSERTION POINT, अगर में Backup के बारे में बताऊँ तो ये एक ऐसा process है जिसका इस्तमाल करके original data के कई copies बनाया जाता है, ताकि उनका इस्तमाल तब किया जा सके जब original data नष्ट हो जाये. ठीक ऐसे समय में ही backup हमारे बहुत काम में आता है. इसके साथ अगर data को कोई दुसरे जगह से access करना है तब भी हमारे लिए Backup बहुत काम आता है. इसलिए आज मैंने सोचा की आप लोगों को Backup क्या है और इसके types क्या हैं के विषय में जानकारी देने जा रहा हूँ. तो फिर बिना देरी किये चलिए शुरू करते हैंकहते है
No comments:
Post a Comment