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Tuesday, 30 June 2020

Computer- in what is INTERNET

इंटरनेट क्या है ?

इंटरनेट का आविष्कार डॉ विन्ट सर्फ ने किया था, इंटरनेट का आविष्कार सर्वप्रथम 1969, में DOD (Department of defence) द्वारा किया गया था.

इन्टरनेट एक दुसरे से जुड़े कई कंप्यूटरों का जाल है जो राउटर एवं सर्वर के माध्यम से दुनिया के किसी भी कंप्यूटर को आपस में जोड़ता है. दुसरे शब्दों में कहे तो सूचनाओ के आदान प्रदान करने के लिए TCP/IP Protocol के माध्यम से दो कंप्यूटरों के बीच स्थापित सम्बन्ध को internet कहते हैं. इन्टरनेट विश्व का सबसे बड़ा नेटवर्क है.

*   इंटरनेट को किसने बनाया.

इन्टरनेट का सबसे ज्यादा और अस्सानी से इस्तेमाल तो तब होने लगा था जब 1989 टिम बेर्नर ली ने इंटरनेट पर संचार को सरल बनाने के लिए ब्राउज़रों, पन्नों और लिंक का उपयोग कर के वर्ल्ड वाइड वेब बनाया और 1998 में गूगल के आने के बाद इंटरनेट का चेहरा ही बदल गया जिससे आज हम सब वाकिफ हैं।

भारत में सर्वप्रथम इंटरनेट का प्रयोग 15 अगस्त 1995, में विदेश संचार निगम लिमिटेड कम्पनी ने किया था.

इंटरनेट को हिंदी में अंतरजाल कहते है .

इंटरनेट के फायदे या लाभ Benefits or Advantages of Internet.

ऑनलाइन बिल Online Bills. ...

सूचना भेज और प्राप्त कर सकते हैं Send and receive information. ...

ऑनलाइन ऑफिस Online office. ...

ऑनलाइन शॉपिंग Online Shopping. ...

व्यापार को बढ़ावा Business promotion. ...

ऑनलाइन नौकरी की जानकारी आवेदन Online job details and Application.

 कंप्यूटर नेटवर्क क्या है ?

नेटवर्क आपस में एक दूसरे से जुड़े कंप्यूटरों का समूह है जो एक दूसरे से संचार स्थापित करने तथा सूचनाओं, संसाधनों को साझा इस्तेमाल करने में सक्षम होते हैं. कम्प्यूटर के साधनों में भागीदारी करने के उद्देश्य से बहुत-से कंप्यूटरों का आपस में जुड़ना कम्प्यूटर नेटवर्किंग कहलाता है

नेटवर्क के प्रकार

नेटवर्क तीन प्रकार के होते है.

LAN (Local area network)

MAN (Metropolitan Area Network)

WAN (Wide area network)

ull Routers छोटे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होते हैं जो वायर्ड या वायरलेस कनेक्शन के माध्यम से कई कंप्यूटर नेटवर्क को कनेक् करते हैं। ... आसन भाषा में Router एक कंप्यूटर नेटवर्क को दूसरे कंप्यूटर नेटवर्क से कनेक् करता हैं या एक कंप्यूटर नेटवर्क को इंटरनेट से कनेक् करता हैं।Forms आसन भाषा में Router एक कंप्यूटर नेटवर्क को दूसरे कंप्यूटर नेटवर्क से कनेक् करता हैं या एक कंप्यूटर नेटवर्क को इंटरनेट से कनेक् करता हैं।

 

इसलिए Route कि पोजिशन आपके मॉडेम और कंप्यूटर के बीच होती है।

 

नेटवर्क को इंटरनेट से कनेक् करने के लिए Route मॉडेम से कनेक् होना चाहिए। इसलिए, अधिकांश राउटर में एक विशिष्ट ईथरनेट पोर्ट होता है जिसे केबल या डीएसएल मॉडेम के ईथरनेट पोर्ट से कनेक्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

 

वाईफाई क्या है और यह कैसे काम करता है.

एक राउटर की आइडीया, जिसे गेटवे कहा जाता था, कंप्यूटर नेटवर्किंग रिसर्चर्स का एक ग्रुप से आया जो एक अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क वर्किंग ग्रुप नाम के एक आर्गेनाइजेशन था, जो 1972 में इंटरनेशनल फेडरेशन फॉर इन्फॉर्मेशन प्रोसेसिंग की एक कमेटी बन गई।

 

1974 में, पहला router डेवलप किया गया था और 1976 तक, PDP-11 आधारित Router इंटरनेट का एक प्रोटोटाइप एक्सपेरिमेंटल वर्जन बनाने के लिए इस्तेमाल किया गया था। 1970 के दशक के मध्य से लेकर 1980 के दशक तक मिनी कंप्यूटरों को Router के रूप में इस्तेमाल किया गया था।

 

आज, हाई-स्पीड मॉडर्न Router वास्तव में तेजी से डेटा पैकेट फॉरवार्डिंग के लिए अतिरिक्त हार्डवेयर वाले कंप्यूटर और एन्क्रिप्शन जैसे विशेष सिक्युरिटी फ़ंक्शन हैं।– REALLY SIMPLE SYNDICATION

यह ईमेल में प्रयोग होता है इसका पूरा नाम होता है कॉर्बन कॉ[2:08 AM, 5/2/2020] +91 84237 67852: UPS या Uninterruptible Power Supply हिंदी में अबाधित विद्युत आपूर्ति एक पावर सप्लाई सिस्टम है जो main power fail हो जाने की स्थिति में भी कुछ समय तक computer को ON रखता है. इसके लिए UPS के अंदर एक battery लगी होती है जो power outage अर्थात बिजली चले जाने पर भी short time (10 से 15 मिनट) के लिए computer को electricity प्रदान करती है.

 

यदि कोई उपयोगकर्ता computer में काम कर रहा हो और suddenly power cut हो जाए तो उसको data loss और hardware damage जैसी समस्याएं सकती है. इसके विपरीत अगर आप UPS का इस्तेमाल करते है तो बिजली चले जाने पर ये आपको कुछ समय के लिए battery backup प्रदान करता है जिसमें आप अपना data save करके computer को safely shut down कर सकते है.

 

Electrical equipment के लिए UPS एक immediate power source है. ये सिर्फ computer को power failure से बचाता है बल्कि मुख्य आपूर्ति समस्याएं जैसे voltage spike, surges, noise, और voltage fluctuations से भी कंप्यूटर को protect करता है.

CPU ek central processing unit hoti he jo computer ka pura bhar sambhalti he

मदरबksर्ड

-मदरबोर्ड एक Printed Circuit Board (PCB) होता है. जिसे Logical Board, System Board, Printed Wired Board (PWB), और Mainboard (Mobo) के नाम से भी जाना जाता है.

 

मदरबोर्ड कम्प्युटर का सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है. जिसमे सभी आवश्यक उपकरण जुडे रहते हैं. इनमें CPU, RAM, HDD, Monitor, BIOS, CMOS, Mouse, Keyboard आदि उपकरण शामिल है जो Dedicated Ports के माध्यम से जुडे रहते हैं. मदरबोर्ड इन उपकरणों को Power Supply पहुँचाता है और आपस में Communication करवाता हैं.

मदरबोर्ड एक प्लास्टिक शीट होती हैं जिसमे उपकरणॉं को जोडने के लिए विभिन्न Ports बनाये जाते है. प्रत्येक पोर्ट का Connection मदरबोर्ड में Solder किया हुआ रहता हैं. जिसे हम अपनी आंखों से भी देख सकते हैं.

 

 

 

 

मदरबोर्ड के विभिन्न प्रकार

मदरबोर्ड बहुत सारी विशेषताओं और क्षमताओं मे उपलब्ध हैं. और ये क्षमता और विशेषता मदरबोर्ड निर्माताओं के ऊपर निर्भर करती हैं. इसलिये मदरबोर्ड का कोई खास प्रकार उपलब्ध नही हैं. मगर इनकी बनावट के आधार पर इन्हे दो भागों में बांटा जा सकता है.

 

·         Integrated Motherboard

·         Non-Integrated Motherboar

सी पी यू - CPU का पूरा नाम (CPU Full Form in Hindi) Central Processing Unit होता हैं. जिसे Processor, Microprocessor और केवल CPU भी कहा जाता हैं. इसे कम्प्युटर का दिमाग भी कहते हैं. क्योंकि CPU कम्प्युटर से जुडे सभी Hardwares और Softwares से प्राप्त निर्देशों को संभालता हैं. और Input Devices से प्राप्त निर्देशों और डाटा को प्राप्त करता हैं, उसे Process करता हैं और परिणाम देता है.

 

आमतौर पर नये Users या जानकारी के अभाव में लोग CPU को ही कम्प्युटर समझने लगते हैं. मगर ये गलत हैं CPU तो कम्प्युटर का एक छोटा-सा मगर एक बहूत ही महत्वपूर्ण अंग हैं. जो Motherboard में लगा रहता हैं.

 

CPU अपना कार्य तीन सहायक उपकरणों की सहायता से पूरा करता हैं. जिनके नाम नीचे दिये जा रहे हैं.

 

Memory

Control Unit

ALU

 Operating System छोटे रूप मे इसे OS कहते है, एक  संचालन करता है. ऑपरेटिंग सिस्टम उपयोक्ता (Users) तथा कम्प्युटर के बीच मध्यस्थ का कार्य करता है. यह हमारे निर्देशो को कम्प्युटर को समझाता है. Operating System के द्वारा अन्य Software प्रोग्राम तथा Hardware का संचालन किया जाता है. बिना कम्प्युटर एक निर्जीव वस्तु होता है. क्योंकि ऑपरेटिंग सिस्टम बेजान हार्डवेयर को काम करने लायक बनाता है और हार्डवेयर के ऊपर अन्य सॉफ्टवेयर प्रोग्राम्स को भी चलने लायक सुविधा प्रदान करता हैं.

तकनिकी भाषा में Computer का Operating System (OS) कहा जाता है.

जब भी आप कोई Mobile या फिर Computer इस्तेमाल करते हो तो हमेसा आप बोलते रहते हो Android, Windows, Mac, Linux इत्यादि. तो ये सभी नाम एक एक आपरेटिंग सिस्टम के हैं. कभी Android kitkat तो कभी Android Oreo, या अगर Windows की बात की जाये तो इनको कोई बोलता है Windows 10, Windows 7, Windows 8, Windows XP इत्यादि. वैसे ही Mac OS में भी होते है.

 

लेकिन इन सबके बारे में हर किसी को थोडा बहुत ज्ञान जरुर है, लेकिन किसी को ये नहीं पता ये Computer का दिल मतलब इस OS का काम क्या है. एक छोटा सा एहसास में आप लोगों को देना चाहूँगा की एक Operating System एक प्रकार का interface होता है end user औरIntegrated Motherboard

Non-Integrated Motherboard में 

*       Integrated Motherboard

जिन मदरबोर्ड में कम्प्युटर के विभिन्न उपकरणों को जोडने के लिए अलग से Ports बनाये जाते हैं उन्हे Integrated Motherboard कहते हैं. आजकल यही मदरबोर्ड PCs, Laptops आदि में इस्तेमाल किये जाते हैं. इन मदरबोर्ड के माध्यम से आप अपने कम्प्युटर के किसी पार्ट को आसानी से Upgrade भी कर सकते है.

 

*      Non-Integrated Motherboard

जिन मदरबोर्ड में आवश्यक उपकरणॉं को जोडने के लिए Ports नही होते हैं उन्हे Non-Integrated Motherboard कहा जाता हैं. इन मदरबोर्ड में CPU, RAM आदि को Solder किया जाता हैं. और इन्हे बाद में Upgrade भी नही किया जा सकता हैं. Smartphones, Tables आदि में इसी प्रकार के मदरबोर्ड का इस्तेमाल होता हैं

LAN Network.

इसका पूरा क्या नाम Local Area Network है यह एक ऐसा नेटवर्क है जिसका प्रयोग दो या दो से अधिक कंप्यूटर को जोड़ने के लिए किया जाता है| लोकल एरिया नेटवर्क स्थानीय स्तर पर काम करने वाला नेटवर्क है इसे संक्षेप में लेन कहा जाता हैं| यह एक ऐसा कंप्यूटर नेटवर्क है जो स्थानीय इलाकों जैसे- घर, कार्यालय, या भवन समूहों को कवर करता है|

लेन नेटवर्क की विशेषताये.

यह एक कमरे या एक बिल्डिंग तक सीमित रहता है |

इसकी डाटा हस्तांतरित (Data Transfer) Speed अधिक होती है |

इसमें बाहरी नेटवर्क को किराये पर नहीं लेना पड़ता है |

इसमें डाटा सुरक्षित रहता है |

इसमें डाटा को व्यवस्थित करना आसान होता है |

MAN Network-

एक बड़ा कंप्यूटर नेटवर्क जो शहर या बड़े विश्वविद्यालय परिसर में फैला हुआ है उसे Metropolitan Area Network या MAN कहा जाता है। MAN (मेट्रोपॉलिटन एरिया नेटवर्क) का उद्देश्य लंबे समय तक इंटरनेट को लिंक प्रदान करना है। एक MAN (मेट्रोपॉलिटन एरिया नेटवर्क) में आमतौर पर नेटवर्क बनाने के लिए कई LAN शामिल हो सकते है। इस बड़े नेटवर्क MAN (मेट्रोपॉलिटन एरिया नेटवर्क) में अब ऑप्टिकल फाइबर सेट-अप होता है।

यह आपको सबसे कम लागत वाले 1000 MBPS, की गति प्रदान करता है .

WAN Network -

वाइड एरिया नेटवर्क दूरसंचार नेटवर्क अथवा कंप्यूटर नेटवर्क है जो विशाल भौगोलिक दूरियों तक विस्तृत होता है। वाइड एरिया नेटवर्क अक्सर लीज़ दूरसंचार परिपथ के साथ स्थापित किया जाता है।वाइड एरिया नेटवर्क एक दूरसंचार नेटवर्क है जो कंप्यूटर नेटवर्किंग के प्राथमिक उद्देश्य के लिए एक बड़े भौगोलिक क्षेत्र में फैला हुआ है।

पेपर में बेसिक चीज़ आएगी जैसे कंप्यूटर क्या है टाइप्स, रीसायकल बिन, और जो वीडियो भेजी गयी है उनसे ही आएगीLAN ( Local Area Network) :

Lan नेटवर्क की रेंज (Range) 10 मीटर से 1000 मीटर के बीच होती है उधाहरण : ईथरनेट (Ethernet Connect) और वाईफाई(Wifi)Feb 27, 2017[1:40 AM, 5/9/2020] +91 84237 67852: मॉडेम एक नेटवर्क हार्डवेयर डिवाइस है  जो खासकर computer को टेलिफोन लाइन या सैटेलाइट कनेक्शन से डाटा को भेजता है साथ ही प्राप्त करने की अनुमति देता है  modem एक ऐसा डिवाइस है जो डिजिटल सिग्नल को एनालॉग सिगनल में बदलता है और एनालॉग सिगनल  को डिजिटल सिग्नल में बदलता है

मॉडेम को इनपुट और आउटपुट दोनों डिवाइस कहा जाता है क्योकि मॉडेम डाटा को भेजता है और डाटा को प्राप्त भी करता है

Modem

 का अर्थ modulator और demodulator होता है इसमें Modulation – डिजिटल सिग्नल को एनालॉग सिगनल में बदलता है Demodulation-  एनालॉग सिगनल  को डिजिटल सिग्नल में बदलता है

modem का पहला डिवाइस एनालॉग टेलिफोन था एनालॉग टेलिफोन लाइनों पर होकर डिजिटल डाटा को बदलता था इस मॉडेम की स्पीड को बॉड में मापा जाता था इसके बाद इसे बिटस् पर सेकंड में बदला जाता था|

 

सबसे पहले मॉडेम का प्रयोग अमेरिकी सेना ने किया उस समय मॉडेम की स्पीड 110 bps थी 1980 के दशक में मॉडेम का प्रयोग अधिक होने लगा

 

1990 में वर्ल्ड वाइड वेब के आने के बाद मॉडेम का दुनिया में उपयोग होने लगा| सबसे पहले मॉडेम का नाम डायल-अपथा जिसका अर्थ है की जिन्हें टरनेट सर्विस प्रोवाइडर (ISP) से जुड़ने के लिए एक फोन नम्बर डायल करना पड़ता है  यह डायल-अप मॉडेम स्टैण्डर्ड एनालॉग मोबाइल लाइनों में काम करता था

 

1962 में, सबसे First Modem Ki Khoj Commercial Modem At&T द्वारा Bell 103 ने बनाया था। इसके बाद 56k Modem का आविष्कार 1996 में Dr. Brent Townshend ने किया था Brent Townshend वह व्यक्ति है जिन्होंने 56k Bit / Second Modem बनाने के लिए विचार किया था।

How Work  Router

 Router एक Hardware Networking Device है. इसका इस्तमाल Network में किया जाता है. जब भी कोई data जो एक Pcaket के रूप में एक Network से दुसरे Network में Travel करता है. तब Router, Packet data को Receive करता है, और Data Packet में जो भी छुपी हुई Information है, उसको Analyze करने के बाद Destination Device को Forward करता है. इस Networking Device को अलग अलग Networks को अपसा में Wire या Wirelessly जोड़ने के लिया किया जाता है. वैसे तो इसका इस्तमाल घर में भी होता है जिसको हम Wireless Router कहते हैं. जिसे आप Internet को Access करते हैं.

 

यह कोनसे Layer पे और कहाँ काम करता है

जैसे की आपको पता होगा CompuInternetworkOSI Model को Follow करता है. Router OSI Model के 7 Layer में से Network Layer पे काम करता है. मैंने आपको बताया Hardware और Software से यह Device बनी है. इसमें एक Internet work Operating System, CPU, Memory Storage और कुछ I/O Ports रहते हैं जैसे की आप देखे ही होंगे. यह Operating System Windows या MAC जैसे नहीं होते. Storage Memory में Routing Algorithm और Routing Table को Store किया जाता है.

 

 

Routing Algorithm और Routing Table के जरिये यह पता लगता है की जो Input Packet Receive हुआ है. उस Packet को किस Network या फिर कोनसे Device के पास भेजना है. जिसको Analyze कहते हैं. Ex से आप अच्छे से समझ जाओगे .

 

EX-जैसे courier boy, एक Router है. Courier boy, courier Office से Parcel को Receive करता है. इसके बाद Parcel के उपर Parcel जिसके नाम पे आया है उसका Address रहता है. Courier boy Address को देखने बाद वो decide करता है Parcel को किस Location में और कहाँ देना है. इसके बाद ही वो Parcel को Receiver के Address पे भेजता है. (यह Process सारे Parcels पे लागु होती है. Courier boy के पास address की लिस्ट रहती है). अब इस उदहारण को राउटर के जरिए समझते हैं.

 

उपर दिए गए उदहारण के मुताबिक “Parcel” आपका Data packet है. जैसे courier boy Address को ढूंडता है. वैसे ही Router भी Routing Table के द्वारा Packets से  Receiver Address का पता निकाल के Shortest Path का चयन करता है. इसके बाद Receiver के पास भेज देता है. Courier boy के पास एक address की लिस्ट रहती है वैसे ही Routing Table में भी Details रहती है. चलिर अब जानते है यह Device कार्य कैसे करता है. Hub एक ऐसा device होता है जो की एक network connection को multiple computers में split करता है. यह एक distribution center के जैसा होता है. जब एक computer information के लिए request करता है किसी एक network से या एक specific computer से, तब ये उस request को send करता है hub को एक cable के माध्यम से. तब hub उस request को receive करती है और उसे पुरे network में transmit करती है. उस network में मेह्जुद प्रत्येक computer को फिर ये जानना होता है की ये जो data broadcast हुआ होता है ये उनके लिए है या फिर नहीं.

 

लेकिन अभी ये Hubs बहुत ही कम प्रचलन में हैं और इन्हें ज्यादा advanced communication devices जैसे की Switches और Routers के द्वारा replace किया जा रहा है. ये hub basically एक multiport repeater होता है. इस hub का इस्तमाल multiple wires को connect करने के लिए होता है जो की अलग अलग branches से आते हैं, उदहरण के लिए connector जिसका इस्तमाल star topology में होता है और ये अलग अलग stations को connect करने में इस्तमाल किया जाता है.


Who is the Baap of IPL?

  Who is the Baap of IPL? MS Dhoni  can be termed as the Baap of IPL, given that he has led Chennai Super Kings to four IPL titles so far.